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क्रिएटिन लेने की सही गाइड: आम गलतियों से बचें और बेहतरीन रिजल्ट पाएं | How to use Creatine

क्रिएटिन लेने की सही गाइड: आम गलतियों से बचें और बेहतरीन रिजल्ट पाएं | How to use Creatine

क्या आपको भी क्रिएटिन लेने को लेकर कन्फ्यूजन होती है? कब लें, कैसे लें, और किसके साथ लें? अगर हां, तो यह लेख आपके लिए ही है! आज हम क्रिएटिन से जुड़ी उन गलतियों के बारे में बात करेंगे, जो ज्यादातर लोग करते हैं, और जिन्हें आपको अवॉइड करना चाहिए। अगर आपको हमारा लेख पसंद आए, तो इसे शेयर करें और अपने फिटनेस जर्नी को बेहतर बनाएं!


क्रिएटिन क्या है?


    क्रिएटिन एक नेचुरल सप्लीमेंट है जो आपकी बॉडी खुद भी प्रोड्यूस करती है। यह मुख्य रूप से आर्जिनिन, ग्लाइसिन और मेथिओनिन जैसे एमिनो एसिड्स से बनता है। हालांकि, इसकी मात्रा बॉडी में सीमित होती है, खासकर अगर आप रेगुलर ट्रेनिंग करते हैं। यही कारण है कि एक्स्ट्रा क्रिएटिन सप्लीमेंट लेना फायदेमंद होता है।

     क्रिएटिन आपके शरीर में एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जिससे एनर्जी लेवल और स्ट्रेंथ में सुधार होता है।


क्रिएटिन लेने में की जाने वाली आम गलतियाँ


1. क्रिएटिन लोडिंग करना (बिना जरूरत के ज्यादा डोज लेना)


क्रिएटिन लोडिंग ना करे

     बहुत से लोग सोचते हैं कि शुरू में 20 ग्राम क्रिएटिन लेना ज़रूरी होता है, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। यह तरीका केवल प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर्स के लिए होता है, जो हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग करते हैं।

     अगर आप एक रेगुलर जिम-गोअर हैं, तो बस 3-5 ग्राम क्रिएटिन रोज़ाना लेना ही काफी है। धीरे-धीरे आपकी बॉडी इसे स्टोर कर लेगी और 2-3 हफ्तों में आपकी मसल्स में क्रिएटिन पूरी तरह से सैचुरेट हो जाएगा।

> गलती से बचें: 3-5 ग्राम क्रिएटिन रोज़ाना लें, चाहे ट्रेनिंग हो या न हो।


2. रेस्ट डेज पर क्रिएटिन लेना


कुछ लोग सोचते हैं कि नॉन-वर्कआउट डेज़ में भी क्रिएटिन लेना ज़रूरी है, लेकिन रिसर्च बताती है कि क्रिएटिन वर्कआउट के आसपास लेने पर ज्यादा असरदार होता है।


अगर आप रेस्ट डेज़ पर क्रिएटिन लेते हैं, तो इसका कोई खास फायदा नहीं होगा और यह सिर्फ वेस्ट होगा।

> गलती से बचें: क्रिएटिन केवल ट्रेनिंग डेज़ में ही लें, प्री या पोस्ट-वर्कआउट।


3. पानी की कमी (डिहाइड्रेशन होना)


क्रिएटिन का एक काम वॉटर रिटेंशन भी होता है, जिससे मसल्स फुलर दिखती हैं और परफॉर्मेंस बेहतर होती है। लेकिन अगर आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड होगी, तो क्रिएटिन लेने से आपको साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे सिरदर्द, कमजोरी और मसल क्रैम्प्स।

> गलती से बचें: दिनभर में कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं, ताकि क्रिएटिन सही तरीके से काम करे।


4. कटिंग (फैट लॉस) के दौरान क्रिएटिन बंद कर देना


बहुत से लोग जब फैट लॉस या कटिंग फेज़ में होते हैं, तो वे क्रिएटिन लेना बंद कर देते हैं, जो एक बड़ी गलती है।

कटिंग (फैट लॉस) के दौरान क्रिएटिन बंद ना करे

क्रिएटिन आपकी स्ट्रेंथ बनाए रखने में मदद करता है, जिससे आपका मसल लॉस कम होता है। अगर आप इसे बंद कर देंगे, तो आपकी स्ट्रेंथ तेजी से गिर सकती है, जिससे आपकी मेहनत बर्बाद हो सकती है।


> गलती से बचें: कटिंग फेज़ में भी 3-5 ग्राम क्रिएटिन रोज़ाना लें।


5. महंगे और नए क्रिएटिन वर्जन के पीछे भागना

 आजकल मार्केट में कई अलग-अलग टाइप के क्रिएटिन आते हैं, जैसे क्रिएटिन एथिल एस्टर, क्रिएटिन हाइड्रोक्लोराइड, बफर्ड क्रिएटिन, आदि। लेकिन रिसर्च के अनुसार, क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट सबसे इफेक्टिव और किफायती विकल्प है।


> गलती से बचें: क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट का इस्तेमाल करें, जो सस्ता और सबसे ज्यादा रिसर्च-बैक्ड है।


क्रिएटिन लेने का सही तरीका:


1. प्री-वर्कआउट या पोस्ट-वर्कआउट में लें।




2. पानी, जूस या प्रोटीन शेक के साथ लें।

3. हाई ग्लाइसेमिक फूड्स (जैसे जूस) के साथ लेने से इसकी अब्जॉर्प्शन बढ़ती है।


निष्कर्ष:

अगर आप क्रिएटिन का सही इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो ऊपर बताई गई गलतियों से बचें। सही मात्रा, सही समय और सही तरीके से लेने पर यह आपकी स्ट्रेंथ, मसल ग्रोथ और एनर्जी लेवल को शानदार तरीके से बढ़ा सकता है।

अगर यह लेख आपके लिए मददगार रहा हो, तो इसे अपने फिटनेस फ्रेंड्स के साथ शेयर करें और कमेंट में अपने अनुभव बताएं!


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